Sunday, August 26, 2012

दिल तोड़ने के खेल में
गलत शख्स को चुना है तुने इस बार
मै शीशा नहीं जो टूटकर बिखर जाऊँगी
मत कर कद्र तू मेरी
मेरी चाहत  की तो दुनिया दीवानी है
मै तो खुशबू का वो झोंका हू
जिधर चाहू महक जाउंगी
तुझे गुरुर किस बात का है
मै भी तो कुछ कम नहीं
कैसे सोच लिया तुने
तेरी बेरुखी से बिखर जाउंगी
इश्क की जंग में तू मुझे हरा नहीं सकता
ये बात और है
मै खुद को हारकर भी तेरी जीत चाहूँगी .................
वंदना शर्मा  

Saturday, August 18, 2012

भारतीय साहित्य == भारतीय + साहित्य
भारतीय = भारत हमारा देश है और हम सब भारतवासी  है ,हमारी पहचान , हमारी राष्ट्रीयता भारतीय है।
राष्ट्रीयता == आप किस देश के नागरिक है ,आपकी पहचान क्या है ,जिस प्रकार पाकिस्तान में रहने वाले पाकिस्तानी ,ब्रिटेन में रहने वाले ब्रिटिश , नेपाल में रहने वाले नेपाली उसी प्रकार भारत में रहने वाले भारतीय कहलाते है।

साहित्य ==सा +हित
समाज का हित अथार्त जिससे पुरे समाज का हित हो ,कल्याण हो, जो सामाजिक परिवर्तन करने में सक्षम हो ,जो समाज का प्रतिनिधित्व करे ,वोही साहित्य है .
भाषा == भाषा वह माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने विचारो ,भावो का आदान -प्रदान दूसरो के साथ करते है .
हिंदी भाषा == यह एक वैज्ञानिक भाषा है ,जो कि ध्वनि विज्ञानं पर आधारित है ,इसकी लिपि देवनागरी है .प्रत्येक  वर्ण की एक निश्चित ध्वनि एवं एक निश्चित संकेत है।
ध्वनि == ध्वनि एक उर्जा है जो समस्त ब्रह्माण्ड में वयाप्त है ,हम जब बोलते है तो ध्वनि उर्जा के द्वारा अपने वक्तव्य को प्रभावी एवं चुम्बकीय बना देते है।
करियर == आगे ले जाने वाला। पूरी जिंदगी में जो हम पाना चाहते है ,वो उद्देश्य वो मंजिल जिसे हम पाना चाहते है कैरिअर होता है।
जॉब == वः कार्य जो हमारी जीविका का साधन होता है , जॉब कहलाता है।
लक्ष्य == यह छोटा होता है , इसकी सीमाये होती है
उद्देश्य == यह व्यापक होता है , यह सतत प्रक्रिया है, एक पूर्ण होता है दूजा बन जाता है, मंजिल से ज्यादा वो रस्ते महत्वपूर्ण होते है जिन पर चलकर हम वह तक पुहचे ,वो अनुभव हमे नया आत्मविश्वास और उर्जा देते है।
सिलेबस ==पाठ्यचर्या अथार्त पूर्ण शैक्षिक सत्न में विभिन्न विषयों में शिक्षक द्वारा छात्रों को दिए जाने वाले ज्ञान की मात्रा के विषय में निश्चित जानकारी प्रस्तुत करता है .शिक्षा -शब्दकोश में पाठ्यवस्तु के विषय में लिखा है "पाठ्यवस्तु अध्ययन की विषयवस्तु के मुख्य बिन्दुओ का कथन अथवा संक्षिप्त रुपरेखा है ".
पाठयक्रम = पाठयक्रम शब्द का उपयोग अब व्यापक अर्थ में होने लगा है क्योकी पाठ्यक्रम के अंतर्गत वे सभी अनुभव आते हैं ,जिन्हें छात्र विद्यालयी जीवन में प्राप्त करता है और जिनमे कक्षा के अंदर एवं बाहर आयोजित होने वाली पाठ्य एवं पाठ्योतर क्रियाएँ सम्मलित होती है।
गर्व = यह कार्य मै कर सकता हु
घमंड =इस कार्य को सिर्फ मै कर सकता हु
स्व को जानिए ,अपने देश अपनी भाषा , अपनी संस्कृति पर गर्व कीजिये .हिंदी का सम्मान आपका सम्मान है।