Saturday, April 25, 2015

e mere sehar bijnor

ए मेरे शहर बिजनौर ,तेरे बारे में दुनिया  कहे ,पर मेरे लिए तू खास है तेरी गलियो में मेरा बचपन बीता ,वो सुनहरे दिन ,वो स्कूल की यादें ,तेरे संग खेलकर मैं बड़ी हुई ,वक़्त के तुफानो को दोनों ने झेला ,दुःख के झमेलों को , ठिठेलो को ,बदलते रिश्तो को ,नित नए परिवर्तनों को ,दोनों ने एकसाथ देखा तूने मुहे पहचान दी ,एक नयी उडआन दी ,ज़िंदगी के कुछ खास लम्हे भी ,जिए तेरी गोद में कुछ यादें अनकही ,कुछ खुशबुएँ अनछुई ,कुछ एहसास पहली बार जिए ,कुछ सपने तेरे साथ बने ,कुछ बरसाते बड़ी खास रही , प्यार पहली छुअन ,वो मीठी यादें तकरार की ,तेरे संग जाना मैंने ,हर रंगज़िंदगी का पहचाना मैंने ,ऐ मेरे शहर , हमसफ़र ,तुझे सलाम मेरा। । मेरी यादों में अमर रहेगा नाम तेरा। ………………………………… 

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