मुझे शुरू से ही रास्ते अच्छे लगते है
मंजिल से ज्यादा
कभी परवाह नहीं की मैंने मंजिल की
बस जो करना है सो करना है
हर फैसला उस उपरवाले पर छोड़ दिया
ये मेरे विश्वास की जीत थी शायद
कभी गिरने नहीं दिया मुझे
वंदना शर्मा
मंजिल से ज्यादा
कभी परवाह नहीं की मैंने मंजिल की
बस जो करना है सो करना है
हर फैसला उस उपरवाले पर छोड़ दिया
ये मेरे विश्वास की जीत थी शायद
कभी गिरने नहीं दिया मुझे
वंदना शर्मा
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